C / C++
C और C++ के बारे में: आधुनिक प्रोग्रामिंग की नींव
कंप्यूटर प्रोग्रामिंग की दुनिया में C और C++ दो ऐसी भाषाएँ हैं जो आज भी व्यापक रूप से उपयोग की जाती हैं।
आइए, इन दोनों भाषाओं के बारे में विस्तार से जानें, और समझें कि ये प्रोग्रामिंग की दुनिया में कैसे महत्वपूर्ण हैं।
C प्रोग्रामिंग भाषा: शुरुआत की भाषा
C को डेनिस रिची ने 1970 के दशक में Bell Labs में विकसित किया था। यह भाषा सबसे पहले UNIX ऑपरेटिंग सिस्टम के लिए बनाई गई थी,
C की प्रमुख विशेषताएँ:
- लो-लेवल एक्सेस
- पोर्टेबिलिटी
- मॉड्यूलर प्रोग्रामिंग
- कुशलता
- विस्तृत लाइब्रेरी सपोर्ट
C++ प्रोग्रामिंग भाषा: C का विस्तार
C++ को Bjarne Stroustrup ने 1979 में C के आधार पर विकसित किया। C++ ने C की सारी विशेषताएँ अपनाई और उन्हें और भी सुधारने के लिए नए फीचर्स जोड़े, खासकर ऑब्जेक्ट-ऑरिएंटेड प्रोग्रामिंग (OOP) को बढ़ावा दिया।
C++ की प्रमुख विशेषताएँ:
- ऑब्जेक्ट-ऑरिएंटेड प्रोग्रामिंग (OOP)
- C का विस्तार
- मेमोरी और संसाधन नियंत्रण
- स्टैटिक और डायनैमिक बाइंडिंग
- मानक टेम्प्लेट लाइब्रेरी (STL)
C और C++ के बीच अंतर
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पारंपरिक प्रोग्रामिंग बनाम ऑब्जेक्ट-ऑरिएंटेड प्रोग्रामिंग:
- C एक प्रोसिजरल भाषा है, जहाँ कार्यों को विशेष आदेशों के रूप में लिखा जाता है।
- C++ एक ऑब्जेक्ट-ऑरिएंटेड भाषा है, जिसमें डेटा और कार्यों को एक इकाई (क्लास) में संजोया जाता है, जिससे प्रोग्राम अधिक संरचित और लचीला बनता है।
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मेमोरी मैनेजमेंट:
- C में मेमोरी मैनेजमेंट पर अधिक ध्यान दिया जाता है, जहाँ आपको स्वयं प्वाइंटर्स का उपयोग करके मेमोरी आवंटन और डी-अलॉकिंग करनी होती है।
- C++ में, हालांकि प्वाइंटर्स का उपयोग किया जा सकता है, लेकिन C++ कुछ स्वचालित मेमोरी प्रबंधन जैसे स्मार्ट प्वाइंटर्स भी प्रदान करता है।
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विस्तारित सुविधाएँ:
- C++ में C के मुकाबले कई अतिरिक्त सुविधाएँ हैं, जैसे टेम्प्लेट्स, ओवरलोडिंग, और एक्सेप्शन हैंडलिंग, जो इसे अधिक शक्तिशाली और लचीला बनाती हैं।
C और C++ क्यों महत्वपूर्ण हैं?
- कंप्यूटर विज्ञान का आधार
- सिस्टम प्रोग्रामिंग
- प्रदर्शन (Performance)
निष्कर्ष
C और C++ प्रोग्रामिंग भाषाएँ आज भी सॉफ़्टवेयर डेवलपमेंट के क्षेत्र में बहुत महत्वपूर्ण हैं। यदि आप तकनीकी क्षेत्र में गहरी समझ प्राप्त करना चाहते हैं